Monday 25 July 2011

गद्दारों के सींग नहीं होते..............



मनन- चिंतन , ज्ञान- अध्धयन,, धर्म -निति ,अच्छा- बुरा ,सही -गलत ये सब विचार बिंदु हम हिन्दू पिछले ६३ वर्षो से कर रहे है क्या पाया ,,,,,,,,,,,जलालत ,,धर्म का उपहास संस्कृति का लोप स्वार्थ विदेशियों की लूट,,, अपने ही देश में सौतेला व्यव्हार...  पाबन्दियाँ ,,,,,
क्यों आखिर क्यों ????????
करीब १०० करोड़ लोग इन गिने चुने लोगो को सबक नहीं सिखा सकते क्या ,,क्यों ??????
पर अब असर आ रहा है और दिख भी रहा है ४ तारीख के बाद से ,,,,,,,,,,,,,क्यों इन गद्दारों को क्यों डायरिया हुआ है,,,, क्यों  कि ये गद्दार है,,
और गद्दारों के   सींग  नहीं होते...............

No comments:

Post a Comment