Monday 25 July 2011

जागो भारतीयों जागो ......


हाय रे भारत के मुर्ख लोगो जब बच्चे जन्म दिन की ख़ुशी में दीप जलने चाहिए वहां पर ये दीप बुझाने जेसी मुर्खता पूर्ण बात हम हिंदुत्व की सकारात्मक सोच अर्थात जीवन में वर्ष की वृद्धि को ज्ञान की अनुभवों की जिम्मेदारियों के अहसास से लेते है ......वही ये नकारात्मक सोच जीवन का अंत अर्थात मृत्यु याद दिलाती है जनम दिन जैसी ख़ुशी की बेला में मनहूसियत का अहसास .............
मृत्यु तो निश्चित है ही सभी जानते है परन्तु जीवन जी कर सुकार्यो में व्यतीत करना देश, समाज के उत्थान के लिए कार्य करना जीवन है जीवन का क्षण- क्षण ख़ुशी ,स्फूर्ति चेतना से भरा हो न ऐसी आने वाले भविष्य की कमाना हो ऐसी दूरगामी और सकारात्मक सोच बच्चे के लिए रखनी होगी .........नहीं तो ये बच्चे मोमबत्तिया बुझा बुझा कर खाओ पियो और एश करो की तर्ज़ पर बनते जा रहे है बनते जायेगे और ओल्ड एज होम बनाते जायेगे और बूढ़े -माँ बाप की सेवा भूलकर उन्हें बोझ समझकर एकाकी जीवन जीने को मजबूर कर देगे,,,,, जागो भारतीयों जागो ......

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